Bashir Badr Ghazal बशीर बद्र ग़ज़ल / ग़ज़लें

  1. वो ग़ज़ल वालों का असलूब समझते होंगे / बशीर बद्र
  2. हमारा दिल सवेरे का सुनहरा जाम हो जाए / बशीर बद्र
  3. मुसाफ़िर के रस्ते बदलते रहे / बशीर बद्र
  4. सुनो पानी में ये किसकी सदा है / बशीर बद्र
  5. पत्थर जैसे मछली के कूल्हे चमके / बशीर बद्र
  6. हर रोज़ हमें मिलना हर रोज़ बिछड़ना है / बशीर बद्र
  7. ख़ुश रहे या बहुत उदास रहे / बशीर बद्र
  8. कोई जाता है यहाँ से न कोई आता है / बशीर बद्र
  9. किसे ख़बर थी तुझे इस तरह सजाऊँगा / बशीर बद्र
  10. 10 मोहब्बतों में दिखावे की दोस्ती न मिला / बशीर बद्र
  11. 11 अगर तलाश करूँ कोई मिल ही जायेगा / बशीर बद्र
  12. 12 जब सहर चुप हो, हँसा लो हमको / बशीर बद्र
  13. 13 परखना मत, परखने में कोई अपना नहीं रहता / बशीर बद्र
  14. 14 किताबें, रिसाले न अख़बार पढ़ना / बशीर बद्र
  15. 15 हम लोग सोचते हैं हमें कुछ मिला नहीं / बशीर बद्र
  16. 16 एक चेहरा साथ साथ रहा जो मिला नहीं / बशीर बद्र
  17. 17 न जी भर के देखा न कुछ बात की / बशीर बद्र
  18. 18 सर झुकाओगे तो पत्थर देवता हो जाएगा / बशीर बद्र
  19. 19 मुझसे बिछड़ के ख़ुश रहते हो / बशीर बद्र
  20. 20 लोग टूट जाते हैं एक घर बनाने में / बशीर बद्र
  21. 21 आँखों में रहा दिल में उतर कर नहीं देखा / बशीर बद्र
  22. 22 हर जनम में उसी की चाहत थे / बशीर बद्र
  23. 23 वो चांदनी का बदन ख़ुशबुओं का साया है / बशीर बद्र
  24. 24 यूँ ही बेसबब न फिरा करो / बशीर बद्र
  25. 25 होंठों पे मोहब्बत के फ़साने नहीं आते / बशीर बद्र
  26. 26 कोई ख़ाली हाथ नहीं है / बशीर बद्र
  27. 27 अजब मौसम है मेरे हर कदम पे फूल रखता है / बशीर बद्र
  28. 28 ख़ानदानी रिश्तों में अक़्सर रक़ाबत है बहुत / बशीर बद्र
  29. 29 शाम से रास्ता तकता होगा / बशीर बद्र
  30. 30 मुझको अपनी नज़र ऐ ख़ुदा चाहिए / बशीर बद्र

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